SOURCE
एक पुराना मोसम लोटा,,याद भरी पुरवायी भी,
ऐसा तो कम ही होता है,,वो भी हो तन्हाई भी.
////
खूब करता है, वो मेरे ज़ख्म का इलाज
कुरेद कर देख लेता है, और कहता है वक्त लगेगा..
////
अधूरी मोहब्बत मिली तो नींदें भी रूठ गयी,
गुमनाम ज़िन्दगी थी तो कितने सुकून से सोया करते थे...........।
/////
जो जले थे हमारे लिऐ,
बुझ रहे है वो सारे दिये,
कुछ अंधेरों की थी साजिशें,
कुछ उजालों ने धोखे दिये..
////
दिल नही चेहरा देखते है
आजकल के लोग
हकीकत से
नही फरेब से
मुहब्बत करते
////
मायने बहुत है इन आँसूओ के
किसी दर्द बहुत देते है..ये आँसू
सुनो..
हर बात पर इन आँसूओ से खूबसूरत पलको को भिगोया न करो
//////
शाख से फूल तोड़कर मैंने ,सीखा
अच्छा होना गुनाह है ,इस जहाँ में,SOURCE
Comments
Post a Comment